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संतकबीरनगर में खुलेगा सी-पेट कॉलेज? राम सुरेश चौरसिया (गांधी) की पहल से युवाओं में जगी नई उम्मीद

  • Writer: Sadre Alam khan
    Sadre Alam khan
  • Nov 25
  • 2 min read

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#संतकबीरनगर – जिले के युवा अब उच्च तकनीकी शिक्षा के लिए बनारस या लखनऊ की दौड़ नहीं लगाएंगे। केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सी-पेट) कॉलेज संत कबीर नगर में खुलने की उम्मीद तेज हो गई है। यह सपना जिला पंचायत सदस्य व समाजसेवी राम सुरेश चौरसिया (गांधी) की अथक मेहनत का परिणाम माना जा रहा है, जिन्होंने लंबे समय से इस कॉलेज की मांग को लेकर लगातार प्रयास किए।


राजनीतिक गलियारों में गूंजी सी-पेट कॉलेज की मांग


इस कॉलेज को अपने क्षेत्र व जिले में खोलने के लिए राम सुरेश चौरसिया ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, जिले के सांसद लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद, वरिष्ठ सपा नेता व सांसद बस्ती रामप्रसाद चौधरी सहित कई नेताओं को पत्र लिखकर युवाओं के भविष्य के लिए सशक्त पहल की थी।


राम सुरेश चौरसिया के आग्रह पर संत कबीर नगर के सांसद लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया और केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को पत्र भेजकर जिले में सी-पेट कॉलेज की स्थापना की मांग की।


केंद्रीय मंत्री का जवाब बढ़ा गया उम्मीदों का वजन


सांसद के पत्र के जवाब में कैबिनेट केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने आश्वस्त किया है कि प्रस्ताव को संबंधित विभाग को भेज दिया गया है और शीघ्र ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री का यह जवाब जिले के युवाओं के लिए आशा की किरण लेकर आया है।



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शिक्षा और विकास की लड़ाई के (गांधी ) हैं राम सुरेश चौरसिया


राम सुरेश चौरसिया राजनीति के सबसे निचले पायदान पर खड़े होने के बावजूद शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। मझगांवा गांव स्थित उनके विद्यालय में आज भी बच्चे टाट की बोरी पर बैठकर शिक्षा प्राप्त करते हैं, लेकिन चौरसिया का लक्ष्य हमेशा से बच्चों की बुनियादी शिक्षा को मजबूत करना रहा है।

वे समान वर्दी, अच्छे जूते और सुविधाजनक बेंच की बजाय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को प्राथमिकता देते हैं।


क्षेत्र में सड़क से लेकर सदन तक हर समस्या को उठाने और अधिकारियों-नेताओं से बिना हिचक मुलाकात करने की उनकी शैली उन्हें एक जुझारू जनप्रतिनिधि के रूप में पहचान दिलाती है।


संत कबीरनगर में खुला तो मिलेंगे ये बड़े फायदे


सी-पेट कॉलेज खुलने से—


जिले के युवाओं को डीपीटी (डिप्लोमा इन प्लास्टिक टेक्नोलॉजी) तथा

डीपीएमटी (डिप्लोमा इन प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलॉजी) जैसे रोजगारपरक कोर्स की सुविधा मिलेगी।


हाई स्कूल बेस पर 3 वर्ष और इंटर (केमिस्ट्री) बेस पर 2 वर्ष का कोर्स उपलब्ध होगा।


दोनों कोर्स के बाद लगभग 100% कैंपस प्लेसमेंट होने से युवाओं को रोजगार की बड़ी गारंटी मिलेगी।


पूरे उत्तर प्रदेश में फिलहाल केवल लखनऊ व बनारस में ही ऐसे कॉलेज हैं—संत कबीर नगर तीसरा केंद्र बन सकता है।


क्षेत्रवासियों में खुशी, नेताओं से अंतिम कदम की उम्मीद


पप्पू निषाद द्वारा की गई पहल और केंद्रीय मंत्री द्वारा मिले सकारात्मक संकेत ने जिले में तकनीकी शिक्षा के नए द्वार खोल दिए हैं। लोगों का मानना है कि यदि राजनेता अब इस मुद्दे पर गहन चर्चा कर आगे बढ़ते हैं, तो जिले के युवाओं को उच्च तकनीकी शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।


राम सुरेश चौरसिया की यह सकारात्मक पहल अब संत कबीर नगर को तकनीकी शिक्षा का हब बनाने की दिशा में मजबूत कदम साबित हो सकती है।

 
 
 

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