
अवध अकैडमी जोरवा में राष्ट्रीय विद्यालय प्रबंधक संघ की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न, निजी विद्यालयों की समस्याओं पर गहन चर्चा।
- Sadre Alam khan
- Nov 30
- 2 min read

संतकबीरनगर, 30 नवंबर 2025।
राष्ट्रीय विद्यालय प्रबंधक संघ की एकता सम्मेलन के रूप में आयोजित महत्वपूर्ण बैठक रविवार को अवध अकैडमी जोरवा में विद्यालय प्रबंधक कृष्णराज सिंह के नेतृत्व में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलेभर के निजी विद्यालयों के प्रबंधक बड़ी संख्या में शामिल हुए और शिक्षा व्यवस्था से जुड़े मौजूदा मुद्दों पर विस्तार से विमर्श हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजेश कुमार, प्रभारी अशोक मिश्रा, विनय पटेल, योगेश द्विवेदी, सुधाकर तिवारी, राम रक्षा मौर्य, त्रिलोकनाथ द्विवेदी, कुलदीप सिंह, कृष्णराज सिंह, सालिक गुप्ता सहित सैकड़ों प्रबंधकों ने प्रतिभाग किया।
निजी विद्यालयों की समस्याओं पर उठी आवाज
बैठक में निजी विद्यालयों के संचालन के दौरान सामने आने वाली प्रमुख समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा की गई। खासकर—
छात्रों के PNO नंबर,
APAR ID,
जन्म प्रमाण पत्र,
तथा शिक्षकों से संबंधित नए सरकारी नियमों
को लेकर प्रबंधकों ने कड़ी आपत्ति जताई। उनका कहना था कि सरकार द्वारा बिना विचार-विमर्श के मनमाने नियम लागू किए जा रहे हैं, जो निजी विद्यालयों पर अतिरिक्त भार डाल रहे हैं।
संघ ने स्पष्ट किया कि इन मुद्दों पर न्यायालय से लेकर सड़क और सदन तक संघर्ष करने की रणनीति तैयार की गई है।
प्रबंधन पर कार्रवाई हुई तो संघ लड़ेगा लड़ाई
बैठक में यह भी तय किया गया कि यदि किसी भी विद्यालय प्रबंधन को प्रशासन के स्तर से प्रताड़ित किया जाता है, तो संघ उसकी लड़ाई पूरी मजबूती के साथ लड़ेगा।
संगठन का विस्तार, नए पदाधिकारी मनोनीत
संगठन विस्तार के तहत कई नए पदाधिकारियों की घोषणा भी की गई। इनमें—
कृष्णराज सिंह - ब्लॉक अध्यक्ष खलीलाबाद
अनवर आलम – ब्लॉक अध्यक्ष, मेहदावल
जयप्रकाश सिंह – ब्लॉक अध्यक्ष, बघौली
नागेंद्र यादव – ब्लॉक अध्यक्ष, बेलहर
इसके अतिरिक्त बड़ी संख्या में प्रबंधक जैसे राजन चौधरी, रामचंद्र यादव, कपिल देव यादव, सतीश चंद्र यादव, अमित चौधरी एवं अन्य निजी विद्यालयों के संचालक बैठक में मौजूद रहे।
कृष्णराज सिंह ने सरकार पर मनमानी का लगाया आरोप
अवध अकैडमी के प्रबंध निदेशक कृष्णराज सिंह ने कहा कि सरकारी विभाग निजी विद्यालयों पर मनमानी रूप से नियमावली थोप रहा है, जिसका संघ पुरजोर विरोध करता है। उन्होंने कहा—
> “हमारे संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर शिक्षक मौजूद हैं। पहले सरकार अपने विद्यालयों की स्थिति सुधारे, जहां भारी वेतन देने के बावजूद शिक्षण स्तर पर सवाल उठते हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी भी निजी विद्यालय प्रबंधक के साथ सरकारी अमला दुर्व्यवहार या प्रताड़ना करता है, तो राष्ट्रीय प्रबंधक महासंघ सख्त विरोध दर्ज कराएगा।
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