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साइबर ठगी का भंडाफोड़: सिम पोर्ट कर बैंक खातों से उड़ाए लाखों, तीन आरोपी गिरफ्तार

  • Writer: Sadre Alam khan
    Sadre Alam khan
  • Jun 8
  • 2 min read

राजेश्वरी ऑटो, पुराना पेट्रोल पंप के पास हुई गिरफ्तारी, नकदी व डिजिटल उपकरणों सहित अहम दस्तावेज बरामद



संतकबीरनगर।


जनपद की साइबर क्राइम शाखा को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। मोबाइल सिम पोर्ट कर साइबर ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 14,750 रुपये नकद, 11 एटीएम कार्ड, 4 मोबाइल फोन, 5 सिम कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस, एक फर्जी आधार कार्ड की छायाप्रति और अन्य सामग्री बरामद की गई है। इसके साथ ही तीन बैंक खातों से 1,25,369 रुपये की रकम सीज कराई गई है।


गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में शामिल हैं:


• इन्द्रेश निषाद पुत्र रामप्रीत निषाद, निवासी चकदही, थाना खलीलाबाद, संतकबीरनगर


• अनूप पुत्र शेषबरन, निवासी गौराखास जगतबेला, थाना चिलुआताल, गोरखपुर


• अमन पुत्र विजयनाथ, निवासी बनकटिया, थाना खलीलाबाद, संतकबीरनगर (हाल मुकाम राउतपार, थाना कैम्पियरगंज, गोरखपुर)


घटना का खुलासा:


बोसचन्द्र नामक व्यवसायी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि चार व्यक्ति उनके स्टाम्प की दुकान पर आते-जाते थे। इन लोगों ने बातचीत के बहाने उनका मोबाइल लेकर उनकी सिम को पोर्ट करा लिया। 16 अप्रैल 2025 को उनके मोबाइल नेटवर्क के अचानक बंद हो जाने के बाद जब वे बैंक पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनके खाते से कुल 2,05,000 रुपये निकाल लिए गए हैं।


प्रकरण में दर्ज मुकदमे की जांच के क्रम में साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक आलोक सोनी के नेतृत्व में अभियुक्तों की धरपकड़ की गई।


अपराध का तरीका:


मुख्य आरोपी इन्द्रेश निषाद ने पूछताछ में बताया कि वे किसी व्यवसायी से बातचीत के बहाने उसका मोबाइल लेकर उस पर सिम पोर्ट का मैसेज भेजते हैं और फिर उस नंबर को अपने आदमी के नाम से पोर्ट कराकर UPI अकाउंट बना लेते हैं। इसके जरिए बैंक खातों से पैसे ट्रांसफर कर विभिन्न खातों में भेज दिए जाते हैं, जिन्हें बाद में नकद में निकाल लिया जाता है।


अमन और अनूप ने भी ठगी के इस नेटवर्क में अपनी भूमिका कबूल की है, जिसमें अलग-अलग खातों के जरिये पैसे भेजने और निकालने का खेल चल रहा था।


पूर्व में भी कर चुके हैं ठगी:


आरोपियों ने नर्देश्वर नायक (थाना कैम्पियरगंज) व रामप्रकाश (थाना वाल्टरगंज, बस्ती) के साथ भी इसी प्रकार की ठगी की थी। हालांकि दूसरी घटना में धनराशि ट्रांसफर नहीं हो पाई थी।


बरामदगी:


• ₹14,750 नकद


• 4 मोबाइल फोन


• 5 सिम कार्ड


• 1 ड्राइविंग लाइसेंस


• 11 एटीएम कार्ड


• 1 फर्जी आधार कार्ड की फोटोकॉपी


• 1,25,369 रुपये तीन खातों में सीज


पुलिस टीम में शामिल रहे:


प्रभारी निरीक्षक आलोक सोनी, उप निरीक्षक रमेश यादव, अमरनाथ यादव, हेड कांस्टेबल हिन्दे आज़ाद और कांस्टेबल रामप्रवेश मद्धेशिया।



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पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीना के नेतृत्व और अपर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह व साइबर क्राइम डीएसपी प्रियम राजशेखर पाण्डेय के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई की गई। पुलिस ने कहा कि साइबर अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।

 
 
 

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