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हाईकोर्ट ने 2006 हरिहरपुर कांड में सुनाया बड़ा फैसला, चेयरमैन पप्पू शाही बोले- न्यायालय का निर्णय सराहनीय

  • Writer: Sadre Alam khan
    Sadre Alam khan
  • Sep 4
  • 2 min read

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हरिहरपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन बृजेश पाल को उम्रकैद की हुई सजा।



संतकबीरनगर, 04 सितंबर 2025।


लगभग दो दशक पुराने हरिहरपुर गोलीकांड में आखिरकार न्याय की गूंज सुनाई दी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गुरुवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए हरिहरपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन बृजेश पाल को उम्रकैद की सजा सुनाई। कोर्ट के इस निर्णय के बाद पूरे क्षेत्र में संतोष और न्याय पर विश्वास का संदेश गूंज उठा।


वर्तमान नगर पंचायत चेयरमैन रविन्द्र प्रताप शाही उर्फ पप्पू शाही ने हाईकोर्ट के फैसले को “सत्य की जीत” करार देते हुए कहा कि –“आज साबित हो गया कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। यह फैसला हरिहरपुर की जनता के विश्वास और जीत का परिणाम है।”


घटना जिसने दहला दिया था हरिहरपुर


मामला 24 अक्टूबर 2006 का है, जब नगर पंचायत चुनाव प्रचार से लौटते समय देर रात हरिहरपुर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा था।

उस दौरान पंकज कूड़ीलाल शाही की सरेराह हत्या कर दी गई थी, जबकि धर्मेन्द्र प्रताप शाही गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

पीड़ित पक्ष की तहरीर पर तत्कालीन प्रत्याशी पप्पू शाही ने बृजेश पाल, उनके पुत्र देवेश पाल उर्फ सोनू और रमन पाल समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।


निचली अदालत का फैसला और फिर हाईकोर्ट


2008 में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने सुनवाई के दौरान बृजेश पाल को संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त कर दिया था। जबकि आरोपी सोनू पाल और रमन पाल को उम्रकैद और 20 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई थी।


दोनों पक्षों ने इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। लंबी सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने अब बड़ा फैसला सुनाते हुए बृजेश पाल को भी दोषी मानकर उम्रकैद की सजा सुनाई।


जनता में खुशी, विपक्ष की साजिशों का भी जिक्र


चेयरमैन पप्पू शाही ने कहा –


जिस तरह चुनाव के दौरान मेरे समर्थक की हत्या की गई थी, उससे हरिहरपुर का हर व्यक्ति आहत था। जनता ने पहले ही अपराधियों को नकार दिया था, अब अदालत ने भी सख्त सजा देकर साबित कर दिया कि अपराध का अंजाम हमेशा बुरा ही होता है।”


उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष ने उन्हें कई बार फर्जी मुकदमों में फंसाने की कोशिश की, लेकिन न्यायालय से हर बार जीत मिली।


इलाके में गूंजा न्याय का संदेश


हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद हरिहरपुर सहित पूरे जिले में चर्चा का माहौल है। लोग इसे न्यायपालिका की सख्ती और सत्य की जीत के रूप में देख रहे हैं

 
 
 

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