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हैसर ब्लॉक बना मनरेगा में घोटाले का केंद्र,

  • Writer: Sadre Alam khan
    Sadre Alam khan
  • Jun 29
  • 2 min read

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गोपियापुर सहित दर्जनों गांव में पानी से भरे पोखरों की हो रही मनरेगा से खुदाई,


संवाददाता/धनघटा

संतकबीरनगर जनपद के हैसर ब्लॉक में मनरेगा योजना भ्रष्टाचार का केंद्र बनता जा रहा है। ग्राम पंचायत गोपियापुर सहित दर्जनों गांवों में बरसात के मौसम में पानी से लबालब भरी पोखरों की खोदाई और सफाई के फर्जी कार्य दिखाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है।


सूत्रों के अनुसार गोपियापुर में शिवम ओझा के घर के सामने स्थित गाढ़ही की खुदाई और सफाई के नाम पर मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है। "मां समय माता अमृत सरोवर" निर्माण कार्य में भी इसी तरह की धांधली की जा रही है।


स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव की मिलीभगत से कागजों में 76 मजदूरों की रोजाना उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जबकि कार्यस्थल पर कोई मजदूर नजर नहीं आता। योजना के अंतर्गत फर्जी फोटो और हाजिरी लगाकर हर दिन लाखों रुपये का भुगतान किया जा रहा है।


निगरानी समिति बनी शोपीस


मनरेगा योजनाओं की निगरानी के लिए शासन द्वारा गठित की गई समिति भी "हाथी के दांत" साबित हो रही है। जिन ग्राम सभाओं में 100 से अधिक मजदूरों के मास्टर रोल चल रहे हैं, वहां समिति को निरीक्षण करना था, लेकिन मौके पर कहीं कोई जांच नहीं हो रही।


बरसात के इस मौसम में पोखरों की खुदाई जैसा असंभव कार्य केवल कागजों पर ही हो रहा है। इससे जिले में बैठे आला अधिकारियों की संकल्पशीलता और निगरानी व्यवस्था की पोल खुल रही है।


मीडिया जांच में खुली पोल, ज़मीन पर नहीं दिखे मज़दूर


जब मीडिया टीम ने मौके पर पहुंच कर धरातलीय पड़ताल की, तो मौके पर एक भी मजदूर कार्य करता नहीं मिला। यह साफ संकेत है कि पूरा सिस्टम कागजों पर ही चल रहा है।


विभागीय अधिकारी मामले की जांच कर भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के बजाय सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं, जिससे भ्रष्टाचारियों के हौसले और बुलंद हो गए हैं।


करोड़ों की चपत केंद्र सरकार को


जिले में कुल 9 ब्लॉक और 725 से अधिक ग्राम सभाएं हैं। यदि इसी तरह हर पंचायत में योजनाओं का संचालन कागजों पर ही होता रहा, तो केंद्र सरकार को करोड़ों की चपत लग सकती है।


क्या होगी कार्रवाई? या ऐसे ही चलता रहेगा खेल?


अब सवाल यह है कि क्या जिम्मेदार अधिकारी इन अनियमितताओं पर कोई सख्त कदम उठाएंगे या फिर हैसर ब्लॉक की ग्राम पंचायत गोपियापुर समेत अन्य गांवों में मनरेगा का यह भ्रष्ट खेल यूं ही जारी रहेगा?

 
 
 

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