जिला पूर्ति कार्यालय बना वसुली का अड्डा।
- Sadre Alam khan
- Sep 1
- 1 min read

राशन कार्ड बनवाने के नाम पर,लाभार्थियों ₹3000 की मांग,
सेमरियावा ब्लॉक की चगेरा मंगेरा गग्राम प्रधान ने डीएम से की शिकायत।
संतकबीरनगर। खाद्य एवं रसद कार्यालय खलीलाबाद में तैनात ऑपरेटर मोहम्मद आज़म पर गंभीर आरोप लगे हैं। ग्राम प्रधान फूलमती देवी ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि ऑपरेटर ने गरीब लाभार्थियों से एक-एक राशन कार्ड बनवाने के नाम पर ₹3000 की मांग की।
ग्राम प्रधान के अनुसार विकासखंड सेमरियावां क्षेत्र के चंगेरा मंगेरा गांव की महिलाओं — उर्मिला पत्नी रामदास, सावित्री पत्नी रामशब्द, उर्मिला पत्नी चंद्रकेश और सरिता पत्नी लक्ष्मण — ने राशन कार्ड हेतु सभी आवश्यक कागजात, आय प्रमाण पत्र व आधार कार्ड की प्रतियां खंड विकास अधिकारी से प्रमाणित कराकर पूर्ति कार्यालय में जमा कराई थीं।
लेकिन ऑपरेटर मोहम्मद आज़म ने कथित तौर पर प्रत्येक लाभार्थी से अवैध वसूली के लिए ₹3000 की मांग की। जब गरीब महिलाएं पैसा देने में असमर्थ रहीं तो आरोप है कि ऑपरेटर ने उनके ऑनलाइन किए गए फॉर्म को ही गायब कर दिया।

ग्राम प्रधान का कहना है कि जब लाभार्थियों ने इसका कारण पूछा तो ऑपरेटर ने धमकी दी कि “पूर्ति निरीक्षक का डोंगल वही चलाता है, राशन कार्ड वही बनाएगा। पैसे नहीं दोगे तो राशन कार्ड भूल जाओ।”
इस पूरे प्रकरण से आक्रोशित होकर ग्राम प्रधान फूलमती देवी ने जिलाधिकारी को पत्र भेजते हुए ऑपरेटर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस गंभीर मामले पर क्या कदम उठाता है।
.png)



Comments